मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस रहे
एस.ए. बोबडे हो सकते हैं सुप्रीम कोर्ट के नये सीजेआई
आइए जानते है कौन है जस्टिस एस
. ए. बोबडे
एस. ए. बोबडे का पूरा नाम शरद अरविंद बोबडे है। उन्होंने नागपुर विश्वविद्यालय से बी.ए. और एल.एल.बी डिग्री प्राप्त कर वकालत की दुनिया में कदम रखा। शरद का जन्म नागपूर, महाराष्ट्र में हुआ। वैसे तो वकालत से शरद का नाता बचपन से ही जुड़ा है। शरद के पिता अरविंद बोबडे भी वकालत से जुड़े थे। वे महाराष्ट्र के महाधिवक्ता रहे थे। यही नहीं शरद के दादा भी वकिल ही थे। परिवार में वकालत तो सभी ने की लेकिन चीफ जस्टिस के पद तक सिर्फ शरद अरविंद ही पहुंचेंगे।
शरद ने कानूनी पढाई करने के बाद बाॅम्बे हाईकोर्ट की नागपुर बेंच में अधिवक्ता के रूप में रजिस्ट्रेशन कराया और वकालत का सफर शुरु किया। 1998 में वे सीनियर एडवोकेट बन गए। 29 मार्च 2000 में शरद को बाॅम्बे हाईकोर्ट में एडिशनल न्यायाधीश के पद पर तैनाती मिली। जिसके बाद 16 अक्टूबर 2012 को उन्हें मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस बना दिया गया। 12 अप्रैल 2013 को उन्हें सुप्रीम कोर्ट के जज की उपाधि मिल गई। शरद अरविंद का कार्यकाल अप्रैल, 2021 तक है।