भोपाल। एमपी के वन मंत्री उमंग सिंघार ने कहा है कि शिवराज सरकार में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के चक्कर में बिना गड्ढे खोदे लग गए सात करोड़ पौधों की जांच ईओडब्ल्यू से करवाई जाएगी। आज भोपाल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वन मंत्री ने कहा कि शिवराज सरकार के पौधरोपण घोटाले की जांच के लिए EOW को अनुशंसा की है। शिकायत में शिवराज, तत्कालीन वन मंत्री गौरीशंकर शेजवार और वन विभाग के अफसरों के नाम भेजे गए हैं।
बताया गया है कि कमलनाथ सरकार ने कई मामलों में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कामकाज की जांच शुरू करने का निर्णय ले लिया है। इसी तारतम्य में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मंत्री गौरीशंकर शेजवार के खिलाफ पौधारोपण घोटाले के मामले में जांच का आदेश दिया गया है । दोनों पर नर्मदा नदी के किनारे लगभग 7 करोड से अधिक पौधे लगाने में धांधली का आरोप लगाया गया है। विश्व रिकॉर्ड बनाने के चक्कर में 2 जुलाई 17 को तत्कालीन शिवराज सरकार ने व्यापक पौधारोपण अभियान चलाया था।
इस मामले में वन मंत्री उमंग सिंघार ने आर्थिक अपराध शाखा ईओडब्ल्यू को पत्र लिखकर जांच करने के लिए कहा है। माना जा रहा है कि दर्जन से ज्यादा वन अधिकारियों के खिलाफ भी जांच की आंच आएगी। बताया गया है कि पेड़ लगाने के लिए खोदे गए गड्ढों की संख्या दावा किए गए आंकड़ों से काफी कम थी। ज्ञात रहे कि गत दिनों खुद वन मंत्री ने भी औचक दौरा करके इन सच्चाईयों का पता लगाने की कोशिश की थी। बेतूल इलाके में उन्होंने इस मामले में गड़बड़ी भी पाई थी। बताया गया है कि वन विभाग के जरिए की गई आंतरिक जांच में पाया गया कि मुख्यमंत्री कार्यालय के जरिए पौधारोपण का फैसला इतनी जल्दबाजी में लिया गया था कि वन और उद्यानिकी विभाग सहित अन्य विभागों और सरकारी एजेंसियों के पास इस तरह से बड़ी संख्या में पौधारोपण का समय ही नहीं था। यह भी पता चला है कि गुजरात समेत कई निजी एजेंसियों से पौधे मंगवाए गए थे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शिकायत में बताया गया है कि इनमें ₹20 मूल्य के पौधों को ₹200 से ज्यादा की कीमत में खरीदा गया। इस मामले में वन मंत्री उमंग सिंघार ने वित्तीय अनियमितताओं की जांच करने के लिए भी EOW को कहा है
शिवराज सिंह फंसे, एक दिन में सात करोड़ पौधों का रिकार्ड
एक दिन में सात करोड पौधे लगाने का रिकार्ड, शिवराजसिंह पर एफ आई आर