विफल हो रही सरकार की कोशिशें!
50 फीसदी से कम पंहुचा टैक्स कलेक्शन
खबरों की माने तो केन्द्र सरकार को अब छह लाख करोड़ रुपए डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन के रूप मेें मिले हैं। बता दे कि सरकार की ओर से इस बार 13.5 लाख करोड़ रुपए के टैक्स कलेक्शन का लक्ष्य रखा गया है। वहीं सरकार को अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए अगले चार माह में 7.5 लाख करोड़ रुपये का टैक्स कलेक्शन करना होगा।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के चेयरमैन पी सी मोदी का कहना है कि ''साल की शुरुआत में हमें 13.5 लाख करोड़ रुपये के टैक्स कलेक्शन का लक्ष्य दिया गया था। इसमें से अबतक 6 लाख करोड़ रुपये जुटाये जा चुके हैं।'' उन्होंने आगे कहा, ''टैक्स कलेक्शन को लेकर प्रयास किये जा रहे हैं और मुझे पूरा भरोसा है कि निर्धारित लक्ष्य को हासिल कर लेंगे।''
सीबीडीटी प्रमुख ने कहा कि करदाताओं को काटे गए टैक्स की वापसी सुगमता के साथ हो रही है। बीते वित्त वर्ष की तुलना में रिफंड को 20 फीसदी बढ़ा दिया गया है। उन्होने कहा कि हम करदाताओं को ेहतर सेवा देने पर जोर दे रहे हैं। ऐसे में टैक्सपेयर सर्विसेज पर विशेष तौर पर ध्यान देने के लिए बोर्ड में एक सदस्य की नियुक्ति भी की जाएगी।
आर्थिक मोर्चे फिसल रहीं सरकार!
बता दे कि टैक्स कलेक्शन के ये आंकड़ें ऐसे समय आए हैं जब सरकार को आर्थिम मोर्चे पर लगातार झटके लग रहे हैं। इससे पहले रेटिंग एजेंसी मूडीज इंवेस्टर्स सर्विस ने चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी ग्रेाथ का अनुमान घटा दिया है। बता दे कि इससे पहले एजेंसी ने जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 5.8 फीसदी लगाया था, जिसे अब 0.02 फीसदी घटाकर 5.6 फीसदी कर दिया है।