सौदा नहीं पटा तो राहें हुई जुदा
सौदा नहीं पटा तो राहें हुई जुद

जिसके सहारे छलांग लगाई उससे कुर्सी छीन ली

सतीश जोशी 

महाराष्ट्र के चुनावी इतिहास को देखें तो भारतीय जनता पार्टी से गठबंधन करने के बाद ही शिवसेना ने राजनीति में लंबी छलांग लगाई है 1989 के लोकसभा चुनाव से लेकर 2019 के विधानसभा चुनाव तक शिवसेना ने प्रदेश के 288 विधानसभा सीटों में 1995 में सर्वाधिक 73 सीटें जीती थीं वह भी भाजपा के साथ गठबंधन करने से। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने 2014 के विधानसभा चुनाव में अपने दम पर 122 सीटें जीत कर शिवसेना को बहुत पीछे छोड़ दिया था। भारतीय जनता पार्टी से गठबंधन होने से पूर्व शिवसेना का राजनीतिक स्कोर शून्य था। जबकि महाराष्ट्र में भाजपा व उसके पूर्ववर्ती जनसंघ हर चुनाव में सीटें जीतता रहा था।

 

1989 के लोकसभा चुनाव में पहली बार भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना का गठबंधन हुआ और उस चुनाव में शिवसेना ने पहली बार लोकसभा की एक सीट पर जीत दर्ज की थी। उसके बाद 1991 के लोकसभा चुनाव में शिवसेना ने 4 सीटें जीतीं, 1996 में 15 सीट, 1998 में 6 सीट, 1999 में 15 सीट, 2004 में 12 सीट, 2009 में 11 सीट, 2014 में 18 सीट व 2019 के लोकसभा चुनाव में भी 18 सीटें जीती थीं।

इसी तरह 1972 में शिवसेना विधानसभा की 1 सीट जीतने में कामयाब रही थी लेकिन उसके बाद उसने कोई सीट नहीं जीती थी। 1989 में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना का गठबंधन होने के बाद 1990 के विधानसभा चुनाव में पहली बार शिवसेना ने 183 सीटों पर चुनाव लड़ कर 52 सीट व 15 प्रतिशत वोट हासिल किए थे। 1995 के विधानसभा चुनाव में शिवसेना ने 169 सीटों पर चुनाव लड़ कर 73 सीट व 16.39 प्रतिशत वोट हासिल किए थे। 1999 के विधानसभा चुनाव में शिवसेना ने 169 सीटों पर चुनाव लड़ कर 69 सीट व 17.33 प्रतिशत वोट हासिल किए थे। 2004 के विधानसभा चुनाव में शिवसेना ने 163 सीटों पर चुनाव लड़कर 62 सीट व 19.97 प्रतिशत वोट हासिल किए थे। 2009 के विधानसभा चुनाव में 160 सीटों पर चुनाव लड़कर 45 सीट व 16.26 प्रतिशत वोट हासिल किए थे।


 



2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा-शिवसेना का गठबंधन टूट गया था। 2014 के विधानसभा चुनाव में शिवसेना ने 286 सीटों पर चुनाव लड़ा था व 63 सीटों पर जीत हासिल की थी। 2014 में शिवसेना को 19.35 प्रतिशत वोट मिले थे। विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा शिवसेना ने फिर से गठबंधन करके पांच साल सरकार चलाई थी। 2019 के विधानसभा चुनाव में शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी ने गठबंधन कर चुनाव लड़ा। शिवसेना ने 124 सीटों पर चुनाव लड़कर 56 सीटें व 16.41 प्रतिशत वोट हासिल किए हैं।

 

2019 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना ने गठबंधन कर चुनाव लड़ा मगर दोनों दलों की सीटें कम हुयी हैं। भारतीय जनता पार्टी 122 से घटकर 105 सीटों पर आ गई। उसके वोटों में भी 2.06 प्रतिशत की कमी आई है। वहीं शिवसेना 63 सीटों से घटकर 56 सीटों पर आ गई, उसके वोटों में भी 2.94 प्रतिशत की कमी आई है।

2014 की तुलना में इस बार भारतीय जनता पार्टी की 17 सीटें कम आने से शिवसेना भारतीय जनता पार्टी से सत्ता का मोलभाव करने पर उतारू हो गई है। और इस सबसे बात नहीं बनी तो राहें जुदा हो गयी हैं ।