योगेश दुबे के यहाँ शिकायत का आधार निकला झूठा

 लक्ष्मी नारायण मंदिर के पुजारी के घर लोकायुक्त का छापा 4 लाख 15 हजार नगद 15 तोला सोना मिला जांच के दौरान


योगेश दुबे के यहाँ कुछ नहीं मिला


शिकायत का आधार निकला झूठा


सतीश जोशी 
 देपालपुर । नगर की लोहार पट्टी स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर के पास पंचायत सचिव योगेश दुबे के निवास पर शुक्रवार सुबह 5:15 पर लोकायुक्त की टीम ने छापा मारा जिसमें उन्हें शिकायत के आधार पर कुछ भी नहीं पाया गया लोकायुक्त टीम ने अज्ञात शिकायत के आधार पर पंचायत सचिव के मकान पर दबिश दी थी शिकायत में उल्लेख था कि सचिव के पास दो कार है जिनमें से एक कार की कीमत ₹32 लाख है कांप्लेक्स में 4 दुकानें हैं तथा साढे तिन बीघा जमीन भी पंचायत सचिव  योगेश दुबे ने खरीदी है जिसकी कीमत भी लाखों में बताई गई थी परंतु लोकायुक्त की टीम ने जब दबिश देकर जांच की तो शिकायत के आधार  पर कुछ ज्यादा नहीं मिल पाया । लोकायुक्त की टीम ने सुबह 5:15 पर बेल बजाकर निवास में प्रवेश किया और कोर्ट का आदेश एवं सर्च वारंट दिखाया गया जिस पर योगेश दुबे की पत्नी उमा दुबे योगेश दुबे को जगाया और कहा कि लोकायुक्त की टीम  घर पर आई है तब योगेश दुबे जागे और लोकायुक्त की टीम को जांच में सहयोग किया सभी अलमारी  तथा लाकर खंगाले गए जिसमें ₹4 लाख15 हजार नगद, 15 तोला सोना के जेवर तथा 1 किलो चांदी के जेवर घर से निकले कार्यवाही दोपहर 2:15 तक जारी रही जिसके पश्चात लोकायुक्त के अधिकारियों ने स्थानीय नगर परिषद के कार्यालय में भी संपर्क किया जहां से सारी जानकारियां प्राप्त की कि उक्त मकान दुकान जो योगेश दुबे के पास वर्तमान में है वह किस आधार पर इन्हें प्राप्त हुई है समस्त जानकारियां के आधार पर जो संपत्ति पंचायत सचिव के पास वर्तमान में है वह सभी संपत्तियां पेत्रक पाई गई।  
लोकायुक्त की टीम में डीएसपी संतोष भदौरिया, डीएसपी दिनेशचंद्र पटेल, निरीक्षक सुनील उईके ,राहुल गजभैया, सहायक उप निरीक्षक विमल कुमार, आरक्षक मोहम्मद रहीम खान दिगंबर पाल सिंह विजय कुमार कमलेश परिहार शिवप्रसाद शैलेंद्र बघेल आदित्य सिंह भदोरिया आदि कांस्टेबल गण भी साथ में उपस्थित थे।  नगर सहित क्षेत्र में बना चर्चा का विषय नगर एवं आसपास के गांव में पंचायत सचिव के घर लोकायुक्त की टीम का छापा सुबह 7:00 बजे से ही क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ था तरह तरह की अफवाहों का दौर भी चल रहा था दिन भर क्रिया प्रतिक्रिया चलती रही।  नगर व आसपास के लोगों ने लोकायुक्त किस टीम के छापे मारने की  कार्यवाही पर आश्चर्य प्रकट किया इस संबंध में अभिभाषक संघ की अध्यक्ष मालती जोशी ने बताया कि पंचायत सचिव  योगेश दुबे नौकरी के साथ-साथ खेती किसानी भी करते हैं साथ ही उनकी पत्नी भी  शासकीय सेवा में आंगनबाड़ी के पद पर कार्यरत थे  जिससे उन्हें आय प्राप्त होती है  परंतु इतने ज्यादा भी वे रहीस नहीं है कि उनके यहां पर लोकायुक्त की कार्यवाही की जाए । 


 क्षेत्रीय पार्षद व पुजारी संघ के जिला अध्यक्ष महेश पुरी गोस्वामी ने बताया कि सरकार पुजारियों का उत्थान तो नहीं कर रही उल्टा उन्हें दबा रही है लोकायुक्त की कार्यवाही होना सहज बात नहीं है किसी अमीर व्यक्ति के यहां पर लोकायुक्त की जांच हो तो उचित है परंतु एक मंदिर के पुजारी पंचायत सचिव जिसके यहां पर लोकायुक्त की कार्यवाही आश्चर्यजनक घटना है।


 बैंकों के अधिकृत अधिवक्ता बेनी राम पटेल बताया कि योगेश दुबे की कृषि भूमि है जिस पर वह लोन भी लेना चाहता है जिसके संबंध में मेरे कार्यालय में ही उसकी जमीन की सर्च के लिए फाइल आई हुई है। 
 नितेश जोशी ने बताया कि 7 साल में मकान पूरा हुआ 2011 में मकान का कार्य शुरू किया था जो 2000 अट्ठारह में पूर्ण हुआ ऐसे व्यक्ति के यहां लोकायुक्त का छापा गिरना समझ से परे है


 


15 के पश्चात जब टीम पंचायत सचिव के निवास से निकल कर गई कुछ देर पश्चात आसपास के लोग व रिश्तेदार पंचायत सचिव के घर पहुंचे  जिनसे पंचायत सचिव एवं पत्नी  बेटी  ने सब से चर्चा की। 
देपालपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत  अत्याना में पदस्थ पंचायत सचिव योगेश दुबे वर्तमान में पंचायत सचिव तो है ही वही लक्ष्मी नारायण मंदिर मैं पूजा अर्चना भी करते हैं वह मंदिर के पुजारी भी है मंदिर तथा पेत्रक कृषि भूमि  लगभग 75 बिघा है जिसमें खेतीकिसानी की जाती है नगर पंचायत के आधार पर पंचायत सचिव के पास तीन मकान है और तीनों मकान पैतृक संपत्ति के रूप में  उन्हें प्राप्त हुए है तीन मकानों में से एक पुराने मकान में पंचायत सचिव द्वारा तीन दुकानें निकाली गई हैं इन दुकानों से लगभग ₹8000 प्रतिमाह प्राप्त होता है। पंचायत सचिव को वर्तमान में ₹25000 प्रति माह तनखा प्राप्त होती है वहीं पंचायत सचिव की पत्नी उमा दुबे भी आंगनवाड़ी में कार्यरत है जिसे प्रतिमाह लगभग ₹10000 वेतन प्राप्त होता है इसके साथ  ही  पंचायत सचिव ₹4 लाख 75 हजार  का पर्सनल लोन भी बैंक से ले रखा है इसके  अतिरिक्त खेती किसानी पर भी ₹1लाख 51000 बैंक के बकाया है।
 दिनांक 12 दिसंबर 2019 को पंचायत सचिव की बिटिया वैष्णवी का विवाह होना है जिसकी तैयारियां घर पर चल रही थी।
पंचायत सचिव योगेश दुबे ने बताया कि पूर्व में भी लोकायुक्त में मेरी किसी लोगों ने शिकायत की थी जिसके चलते मुझे रिश्वत देने का प्रयास किया गया था परंतु मैंने नहीं लिया इसके पश्चात किसी व्यक्ति द्वारा मेरी झूठी शिकायत की गई जांच के दौरान मैंने अधिकारियों एवं कर्मचारियों का पूर्ण सहयोग किया ।